हद हो गई सरकारी स्कूल के शिक्षक की हरामखोरी, निकम्मेपन और निर्लज्जता की



हद हो गई सरकारी स्कूल के शिक्षक की हरामखोरी, निकम्मेपन और निर्लज्जता की


सरकारी स्कूल के शिक्षक ने रखा 4000 रुपए मासिक पर 8वीं फेल डमी शिक्षक पढ़ा रहा था बच्चों को! सरकारी शिक्षक था नदारद?


री-डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर। खरगौन के सेगांव तहसील के ग्राम पंचायत देवली की किराडिया फाल्या की प्राथमिक विद्यालय में एक अनोखा मामला डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी तहसीलदार राहुल चौहान ने पकड़ा। 
प्रभारी तहसीलदार श्री चौहान ने गांव का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वे प्राथमिक विद्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने देखा कि प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के तौर पर नियुक्ति रामेश्वर रावत की है, लेकिन उनके स्थान पर एक 8वीं फैल युवक दयालसिंह किराड़े बच्चों को पढ़ा रहा है। डिप्टी कलेक्टर श्री चौहान ने इस बात की पुष्टि के लिए ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीणों ने बताया कि यहां शिक्षक रामेश्वर रावत कई दिनों से स्कूल नहीं आएं है। जब दयालसिंह से पूछा गया तो बताया कि उन्हें शिक्षक रावत द्वारा मासिक 4 हजार रूपए दिए जाते है और में यहां आकर बच्चों को पढ़ाता हूं। डिप्टी कलेक्टर श्री चौहान ने बताया कि इस प्राथमिक शाला में रामेश्वर रावत और झबरसिंह चौहान शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। मौके से दोनों ही गायब थे। जब रजिस्टर देखा गया, तो रजिस्टर में भी पिछले 5 दिनों से हस्ताक्षर नहीं पाए गए।